Tuesday, February 23, 2021

मन बड़ा खिन्न था, मातृभाषा की यह दशा देखकर!!

 शाम को जब घूमने निकला तो देखा दुकानों पर लगे जितने भी बोर्ड दिखाई दिए

उनमें लिखे हुए सारे बोर्डस् में 

एक आधा शब्द तो " अंग्रेजी " का जरूर था

https://ladakoo.blogspot.com/2021/02/blog-post_21.html

 मन बड़ा खिन्न था,  मातृभाषा की यह दशा देखकर!! 


जैसे :- 


संजय सर्विस स्टेशन


अजय मेडिकल स्टोर


विजय फोटो कॉपी सेंटर 


बबलू हेयर कटिंग 


शिवा बार एंड होटल 


गणेश लॉज 


ज्योति हॉस्पिटल 


... इत्यादि


मन बड़ा खिन्न था,

मातृभाषा की यह दशा देखकर!!



परंतु फिर एक बोर्ड दिखा और सिर्फ एक ही बोर्ड ऐसा जो हमेशा पूर्ण मातृभाषा में ही लिखा हुआ होता है..


जिससे हमे भारतीय होने का गर्व महसूस होता है--


देशी शराब की दुकान


प्रफुल्लित सा हो गया मन



पुरे बदन में देश भक्ति जागी और  सिर्फ उसी दुकान से  सामान खरीदा..... 


🍺🍻😜🤣😆


कचौरी वाला पॉजिटिव निकला;

टिक्की वाला पॉजिटिव निकला;

पराँठे वाला पॉजिटिव निकला;

जूस वाला पॉजिटिव निकला;

परचून वाला पॉजिटिव निकला;

सब्जी वाला पॉजिटिव निकला;

दूध वाला भी पॉजिटिव निकला;


किन्तु,

आज तक देशभर में कोई भी

"wine shop" वाला

पोजिटिव नहीं निकला....


इसलिए


जब तक दवाई नहीं;

पीने में ढिलाई नहीं;

"अपनी इम्यूनिटी, अपने हाथ"


🙏🙏🙏🥃🍺🥃



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